भारी बारिश बनी आफ़त: रुद्रप्रयाग के ढूंग गांव में भूस्खलन से 15 परिवार खतरे में, भू-सर्वे और विस्थापन की मांग।




रुद्रप्रयाग, उत्तराखंड
उत्तराखंड में लगातार हो रही भारी बारिश अब आपदा का रूप ले चुकी है। पर्वतीय जिलों में भूस्खलन और भू-धंसाव की घटनाएं तेजी से बढ़ रही हैं। रुद्रप्रयाग जनपद के अगस्त्यमुनि ब्लॉक के अंतर्गत ग्राम पंचायत ढूंग में भारी बारिश के चलते जमीन में दरारें पड़ने और भूस्खलन शुरू हो गया है, जिससे 15 से अधिक परिवारों की जान खतरे में पड़ गई है।
स्थानीय ग्रामीणों के मुताबिक, गांव की ज़मीन में लगातार चौड़ी होती दरारें अब घरों तक पहुंचने लगी हैं। इससे ग्रामीण भय और असुरक्षा के माहौल में जीने को मजबूर हैं। ग्रामीणों की मानें तो रात के समय वे सो भी नहीं पा रहे, क्योंकि कब कोई हादसा हो जाए, इसका अंदेशा लगातार बना रहता है।

गांव के सामाजिक कार्यकर्ता हीरा सिंह नेगी ने बताया कि उन्होंने इस स्थिति की गंभीरता को देखते हुए जिला प्रशासन को पत्र के माध्यम से अवगत कराया है। पत्र में उन्होंने गांव के प्रभावित परिवारों के त्वरित विस्थापन और क्षेत्र का भू-गर्भीय सर्वेक्षण कराने की मांग की है, ताकि भविष्य में होने वाली किसी भी बड़ी त्रासदी को टाला जा सके।
गौरतलब है कि उत्तराखंड में बीते कई दिनों से लगातार बारिश हो रही है, जिसने पर्वतीय क्षेत्रों को बुरी तरह प्रभावित किया है। राज्य के विभिन्न जिलों में भूस्खलन, भू-धंसाव और बादल फटने की घटनाएं सामने आ रही हैं, जिससे सैकड़ों सड़क मार्ग बाधित हो चुके हैं और ग्रामीण क्षेत्रों में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।
प्रशासन से अपील: ग्रामीणों ने सरकार और आपदा प्रबंधन विभाग से मांग की है कि ढूंग गांव को आपदा संभावित क्षेत्र घोषित कर त्वरित राहत और पुनर्वास कार्य शुरू किए जाएं।