वन्य जीवों के लिए वरदान साबित हुआ लॉकडाउन, एक दशक बाद कैमरे में कैद हुई दुर्लभ कस्तूरी मृग



रिपोर्टर: संदीप कुमार
दुनिया में जहां कोरोना महामारी के चलते लोग घरों मे कैद है। वहीं लॉकडउन दुर्लभ जंगली जानवरों व पक्षियों के लिए वरदान साबित हुआ हैl लॉकडाउन के चलते लोगों की आवाजाही बंद होने से इन दुर्लभ जानवरों व पक्षियों को खुले में विचरण का मौका मिला हैl साथ ही इनके आखेट पर रोक लगने से इन की संख्या मे बढ़ोतरी हुई है और वन्य जीव जंगलों से बाहर निकल कर जगह जगह विचरण करते दिखाई दे रहे हैं l
सीमांत चमोली जिले मे 2500 मीटर की ऊंचाई पर केदारनाथ वन प्रभाग के काचुलाखर्क और सौरखर्क के जंगल में एक दशक बाद दर्लभ कस्तूरी मृग देखा गया l जंगल में विचरण करते कैमरे में कैद हुए दुर्लभ कस्तूरी मृग को देख कर वन कर्मियो मे खासा उत्साह हैl केदारनाथ वन प्रभाग के डीएफओ अमित कवर ने बताया कि केदारनाथ वन जीव प्रभाग हिमालयी कस्तरी मृग के संरक्षण पर विशेष जोर दे रहा है। बीते दिनों काचुलाखर्क और सौरखर्क में वन विभाग की टीमों को कस्तूरी मृग चोपता के सेंचुरी एरिया में चटटानों पर घूमते हुए दिखाई दिए। जिसे उन्होंने अपने कैमरे में कैद कर लिया। उन्होंने कहा कि इस वन प्रभाग का गठन हिमालय कस्तूरी मृग के संरक्षण के किया गया था l कस्तूरी मृग का दिखना इनके संरक्षण के लिए शुभ संकेत है l

