July 1, 2025

डॉ. कंचन नेगी को किया गया “उत्तराखंड एक्सीलेंस अवॉर्ड 2025” से सम्मानित— शिक्षा, मीडिया और महिला सशक्तिकरण में अद्वितीय योगदान के लिए सराहा

 

देहरादून, मई 2025 – होटल सैफरन लीफ में आयोजित एक भव्य समारोह में डॉ. कंचन नेगी को “उत्तराखंड एक्सीलेंस अवॉर्ड 2025” से सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार उन्हें अंतरराष्ट्रीय शिक्षा, मीडिया, अनुसंधान एवं विकास, और महिला सशक्तिकरण के क्षेत्रों में उनके असाधारण योगदान के लिए प्रदान किया गया।

डॉ. कंचन नेगी एक अंतरराष्ट्रीय शिक्षाविद्, मीडिया और संचार विशेषज्ञ, तथा अनुसंधान एवं विकास की रणनीतिकार हैं, जो शिक्षा और समाज के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव ला रही हैं। उनका विजन नवाचार और समावेशिता पर आधारित है, जिसके माध्यम से उन्होंने अनेक ऐतिहासिक पहल की हैं।

वे उत्तराखंड हेरिटेज स्कूल ऑफ मीडिया एंड एडवांस्ड स्टडीज़ (UHSMAAS) की संस्थापक एवं निदेशक हैं, जहाँ पर्यटन, होटल प्रबंधन, जनसंचार और पत्रकारिता जैसे अंतरराष्ट्रीय स्तर के पाठ्यक्रम संचालित किए जा रहे हैं। साथ ही, उन्होंने एब्युलिएंट इंग्लिश इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट की स्थापना की, जो स्पोकन इंग्लिश, पर्सनैलिटी डेवलपमेंट, IELTS, TOEFL, और PTE की कोचिंग प्रदान करता है।

ग्रामीण और स्कूली शिक्षा के क्षेत्र में भी डॉ. नेगी का योगदान विशेष है। उन्होंने डॉ. कंचन’स ABS कोचिंग हब की स्थापना की, जो कक्षा 1 से 12वीं तक के छात्रों को पाठ्यक्रम के साथ-साथ समग्र व्यक्तित्व विकास की दिशा में मार्गदर्शन प्रदान करता है।

उनकी उद्यमशीलता का एक और प्रेरणादायक उदाहरण है “ऑर्गैनिकन – ट्रूली जेन्युइन”, जो एक महिला-नेतृत्वित ब्रांड है और हिमालय की महिलाओं द्वारा उत्पादित जैविक वस्तुओं को बढ़ावा देता है। यह पहल सतत जीवनशैली को समर्थन देने के साथ-साथ ग्रामीण महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण में भी सहायक है।

उत्तराखंड हेरिटेज मीडिया की प्रधान संपादक के रूप में, डॉ. नेगी उत्तराखंड की समृद्ध संस्कृति, विरासत और आमजन की आवाज़ को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंचों तक पहुँचाने का कार्य कर रही हैं।

उत्तराखंड एक्सीलेंस अवॉर्ड 2025 उनकी अब तक की 55 से अधिक राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय और राज्य स्तरीय उपलब्धियों में एक और स्वर्णिम अध्याय जोड़ता है। उन्हें पूर्व में संयुक्त राष्ट्र और अमेरिका के कई संस्थानों द्वारा भी सम्मानित किया जा चुका है।

सम्मान प्राप्त करने के बाद डॉ. नेगी ने कहा,
“यह पुरस्कार केवल मेरा व्यक्तिगत सम्मान नहीं है, बल्कि हर उस महिला, हर उस छात्र और हर उस आवाज़ का सम्मान है जो आसमान की
बुलंदियों को छूने का साहस रखता है। मैं इसे उत्तराखंड की आत्मा और आने वाले उज्ज्वल भविष्य के निर्माताओं – हमारे युवाओं – को समर्पित करती हूँ।”

डॉ. कंचन नेगी का यह सफर समर्पण, दृष्टिकोण और समाज को बेहतर बनाने की प्रतिबद्धता से प्रेरित है। वे आज भी भारत और दुनिया के लिए प्रेरणा की प्रतीक बनी हुई हैं।

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