बड़ी खबर:श्री महंत इंद्रेश अस्पताल में ESIC के जरिए मिलने वाली स्वास्थ्य सेवायें बंद,ये है खास वजह



भानु प्रकाश नेगी
देहरादून:द्वारा करोड़ों रुपए की बकाया धनराशि भुगतान न होने के कारण श्री महंत इंद्रेश अस्पताल प्रशासन ने राज्य कर्मचारियों को स्वास्थ्य सेवाएं देना बंद कर दिया है ।जिससे ESIC के जरिए अपना इलाज करवाने वाले हजारों कर्मचारियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है ।साथ ही गंभीर बीमारियों से ग्रसित कर्मचारियों को अपने इलाज के लिए दूसरे प्राइवेट अस्पतालों में दर-दर भटकना पड़ रहा है।
श्री महंत इंद्रेश अस्पताल के सीनियर पी आर ओ भूपेंद्र रतूड़ी का कहना है कि ईएसआईसी द्वारा अस्पताल को दी जाने वाली धनराशि लगभग 50 करोड़ से ऊपर पहुंच चुकी है जिसका भुगतान अभी तक नहीं हो पाया है । इतनी बड़ी धनराशि का भुगतान ना होने के कारण अस्पताल की आर्थिक स्थिति चरमरा रही है ।इस संबंध में अस्पताल प्रशासन द्वारा ईएसआईसी को पत्र जारी किया गया है, जिस पर उन्होंने धनराशि भुगतान की बकाया राशि पर सहमति जताई है। ESIC द्वारा जितना जल्दी अस्पताल प्रशासन को बकाया धनराशि की किस्ते जारी होंगी उतनी ही जल्दी अस्पताल प्रशासन द्वारा राज्य कर्मचारियों को इसका फायदा मिलेगा।

वही स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ तृप्ति बहुगुणा का कहना है कि ईएसआईसी का राज्य सरकार और स्वास्थ्य विभाग से किसी भी प्रकार का लेन देन नहीं होता है। अस्पताल प्रशासन और ईएसआईसी को इस मामले को जल्द सुलझाना चाहिए।
गौरतलब है पिछले माह आयुष मंत्री हरक सिंह रावत द्वारा राज्य कर्मचारियों को कोविड-19 का इलाज ईएसआईसी के जरिए कराने की कवायद शुरू की गई थी। जिसमें महंत इंद्रेश अस्पताल में सैकड़ों कर्मचारियों ने अपना निशुल्क इलाज करवाया, लेकिन अब अस्पताल के लेन देन बकाया के कारण यह सुविधा राज्य कर्मचारियों को नहीं मिल पा रही है। ईएसआईसी के जरिए राज्य कर्मचारियों को न्यूरोसर्जरी, हार्ट सर्जरी जैसी सुपर स्पेशलिटी सुविधाओं के साथ-साथ सिटी स्कैन, एमआरआई, एक्स-रे,खून व पेशाब की जांचें समेत तमाम प्रकार के रोगों का इलाज निशुल्क मिलता है। महंत इंद्रेश अस्पताल ईएसआईसी से जुड़ा प्रदेश का सबसे बड़ा प्राइवेट अस्पताल है। जहां पर राज्य कर्मचारी अपना हर प्रकार के रोगों का इलाज करा कर स्वास्थ्य लाभ लेते हैं।

