निलंबित उद्यान निदेशक हरमिंदर बवेजा की बड़ी मुश्किलें, झूठे मुकदमें में फंसाने के खिलाफ FIR दर्ज
भष्टाचार के आरोपों के कारण धामी सरकार द्वारा पूर्व उद्यान निदेशक डाॅ हरमिंदर बवेचा के निलंबन के बाद अल्मोड़ा के प्रगतिशील किसान गोपाल उप्रेती ने बवेजा के खिलाफ FRI दर्ज कराई है। गोपाल उप्रेती ने एच एस बवेजा और संजय मुरारी पर उनकी छवि घूमिल करने और झूठे मुकदमे में फंसाने का आरोप लगाया था।
इस संबंध में गोपाल उप्रेती ने डीजीपी उत्तराखंड अशोक कुमार को शिकायती पत्र भी सौंपा था, जिसके बाद एच एस बवेजा के खिलाफ रानीखेत थाने में FRI दर्ज कर की गई है। जिसके बाद बवेजा पर कानून कार्यवाही होना तय है।
गिनेज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड धारी प्रगतिशील किसान गोपाल उप्रेती की शिकायत के अनुसार निलंबित उद्यान निदेशक बवेजा ने उन्हें झूठे मुकदमे में फंसाया। बवेजा और चंपावत निवासी संजय मुरारी ने मिलकर गोपाल उप्रेती पर झूठा आरोप लगाया कि, उन्होंने 22 नाली जमीन फर्जी तरीके से अपने नाम करवाई है। इसके अलावा गोपाल उप्रेती पर एप्पल मिशन के तहत फर्जी दस्तावेजों से 9.60 लाख रुपए हड़पने का भी गंभीर आरोप लगाया गया था। लेकिन जांच के बाद साफ हो गया कि गोपाल उप्रेती ने न तो कोई फर्जीवाडा किया और न ही फर्जी तरीके से अपने नाम जमीनें करवाई।
इसके बाद गोपाल उप्रेती की शिकायत पर रानीखेत थाने में हरमिंदर बवेजा और मुरारी के खिलाफ आपराधिक षढयंत्र की धारा 120-बी, धोखाधड़ी की धारा 420, दस्तावेजों में छेड़खानी की धारा 467, 468 और धारा 471 में मुकदमा दर्ज किया गया है।
गौरतलब है कि, पूर्व उद्यान निदेशक डाॅ हरमिंदर बवेजा ने पद पर रहते हुऐ अनेक अनियमितताओं में लिप्त पाये गये । भष्टाचार में लिप्त होने पर सामाजिक कार्यकर्ता दीपक करगेती,गोपाल उप्रेती व रवीन्द्र बर्त्वाल द्वारा पूर्व में बवेचा के खिलाफ लडाई लड़ी गई। कोर्ट के आदेश के बाद बवेचा को धामी सरकार द्वारा निलंबित किया गया है। गोपाल उप्रेती ने आरोप लगाया है बदले की भावना से हरमिंदर बवेजा द्वारा उन्हें जान-बूझकर की परेशान किया जा रहा है।
