March 12, 2025

एचआईवी, हैपेटाइटिस-बी, हैपेटाइटिस-सी  का पता लगाने में तीनों मार्कर बड़े कारक

एचआईवी, हैपेटाइटिस-बी, हैपेटाइटिस-सी 
का पता लगाने में तीनों मार्कर बड़े कारक
 श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल के माइक्रोबायलाॅजी विभाग की ओर से एक दिवसीय सीएमई कार्यक्रम का आयोजन
 माइक्रोबायोलाॅजिस्ट ने एक मंच पर सांझा की एचआईवी और हैपेटाइटिस की जाॅच से जुड़ी आधुनिक तकनीकें
देहरादून। श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल के माइक्रोबायलाॅजी एण्ड इम्यूनोलाॅजी विभाग की ओर से एक दिवसीय निरन्तर चिकित्सा शिक्षा (सी एम ई) कार्यक्रम (कन्टीन्यूंयिग मेडिकल एजुकेशन प्रोग्राम) का आयोजन किया गया। वायरल मार्कर विषय पर आयोजित इस जिला स्तरीय सी एम ई में 150 से अधिक विषय विशेषज्ञों ने प्रतिभाग लिया। सीएमई के माध्यम से एचआईवी, हैपेटाइटिस-बी, हैपेटाइटिस-सी से जुड़े प्रभावों, जाॅच, उपचार व चुनौतियों से जुड़े मेडिकल बिन्दुओं को विशेषज्ञों ने रेखांकित किया। विशेषज्ञों ने सीएमई में एक सुर में कहा कि जाॅचों के उपरोक्त तीनों वायरल मार्कर का समय से उपयोग किए जाने पर मरीज की बीमारी का सही समय पर पता  लगाया जा सकता है व सही उपचार भी शुरू किया जा सकता है। 
 श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल के सभागार में सीएमआई का शुभारम्भ  मुख्य अतिथि, प्राचार्य, एसजीआरआर इंस्टीट्यूट आॅफ मेडिकल एण्ड हैल्थ साइंसेज, डाॅ आर.के.वर्मा, ़ व विशिष्ट अतिथि, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक, श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल, डाॅ प्रेरक मित्तल, चिकित्सा अधीक्षक, श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल, डाॅ अजय पंडिता व चिकित्सा अधीक्षक, श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल, डाॅ गौरव रतूडी ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलन कर किया। सीएमई के मुख्य वक्ता डाॅ बंसीधर तराई, वरिष्ठ माइक्रोबायोलाॅजिस्ट, मैक्स अस्पताल, साकेत दिल्ली ने एचआईवी के कारणों के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने एचआईवी की प्रचलित जाॅचों के माॅडल व माॅर्डन माॅडलों का तुलनात्मक विवरण व जानकारियों सांझा की। उन्होंने जानकारी दी कि एचआईवी की प्रचलित जाॅचों के अलावा कुछ अन्य जाॅचें जैसे कि वायरल लोड, पी24 एंटीजन एचआईवी जाॅचों का ऐसा माॅर्डन प्रारूप है जिनके परिणामांें में एचआईवी पाॅजीटिव का आसानी से व जल्द पता लग जाता है। 
डाॅ (प्रो.) डिम्पल रैना, सैन्ट्रल लैब डायरेक्टर, श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल ने हैपेटाइटिस बी व हैपेटाइटिस सी की जाॅचों के विभिन्न चरणों को विस्तृत रूप से बताया। उन्होंने नेशनल हैपेटाइटिस नियंत्रण कार्यक्रम को उल्लेखित करते हुए राष्ट्रीय कार्यक्रम की जाॅचों से अवगत करवाया।
सी एम ई कार्यक्रम के दौरान एक पैनल डिस्कशन का भी आयोजन किया गया। इस पैनल डिस्कशन मे श्री गुरू राम मेडिकल एंड हैल्थ सांइसेज के वरिष्ठ फैक्लटी सदस्यों डाॅ अमित वर्मा, डाॅ अमित सोनी, डाॅ बंसीधर तराई, डाॅ सुलेखा नौटियाल एंव डाॅ डिम्पल रैना ने भाग लिया। इस पैनल डिस्कशन मे उपरोक्त सभी विशेषज्ञों ने हैपेटाइटिस व एच आई वी की जाॅचांे व उपचार के बारे मे विस्तृत जानकारी दी। इसके उपरांत इन विशेषज्ञो ने सी एम ई कार्यक्रम मे भाग ले रहे डाॅक्टरो के प्रश्नो के उत्तर दे कर उनकी जिज्ञासाओं को शांत किया। 
 मंच संचालन डाॅ क्षितिजा ने किया। धन्यवाद ज्ञापन डाॅ (प्रो.) सुलेखा नौटियाल, विभागाध्यक्ष, माइक्रोबायोलाॅजी विभाग, श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल ने किया। सीएमई को सफल बनाने में डाॅ ईवा चंदोला, डाॅ रेशमी राॅय, डाॅ हिमांशु नरूला, डाॅ रंजना रोहिल्ला, डाॅ मालविका सिंह, डाॅ शिवांग पटवाल, डाॅ सौम्या आदि का भी विशेष सहयोग रहा। इस सी एम ई कार्यक्रम को आयोजित करने के लिए उत्तराखण्ड मेडिकल काउसिंल(यू के एम सी) के द्वारा अनुमति प्राप्त की गई थी।
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