अखिल भारतीय गीता श्लोक, संस्कृत गान एवं नृत्य प्रतियोगिता–2023 का परिणाम घोषित।
डॉ. वाचस्पति मैठाणी स्मृति मंच द्वारा आयोजित चतुर्थ अखिल भारतीय ऑनलाइन गीता श्लोक उच्चारण, संस्कृत गान एवं संस्कृत नृत्य प्रतियोगिता के परिणाम घोषित हो गये हैं।
संरक्षक मंडल के सदस्य एवं प्रतियोगिता के संयोजक कैलाशपति मैठाणी ने बताया कि इस वर्ष शिक्षाविद् डॉ मैठाणी की 74वीं जयंती पर संस्कृत के प्रचार–प्रसार, संस्कृति की रक्षा एवं छात्र छात्राओं के प्रतिभा विकास हेतु आयोजित ऑनलाइन गीता श्लोक उच्चारण, संस्कृत गान एवं संस्कृत नृत्य प्रतियोगिता में प्रतिभागियों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया।
संस्कृत के मूर्धन्य विद्वानो द्वारा तैयार किए गए परिणाम के आधार पर गीता श्लोक उच्चारण प्रतियोगिता में (9–14 आयु वर्ग में) कु. नियति सेमवाल प्रथम, मृणालिका द्वितीय, दीक्षा बहुगुणा ने तृतीय (14–25 आयु वर्ग में) हर्षवर्धन प्रथम, उदय भारद्वाज द्वितीय, हिमांशु जोशी ने तृतीय (25–60 आयु वर्ग में) श्रीमती संगीता बहुगुणा प्रथम, नवीन सुयाल द्वितीय, नीलम थपलियाल ने तृतीय तथा (वरिष्ठ नागरिक में) श्रीमती अशोक कुमारी ने प्रथम स्थान प्राप्त किया।
इसी प्रकार संस्कृत गान (9–14 आयु वर्ग में) सौरभ खंडूड़ी प्रथम, अनुष्का द्वितीय, हार्दिक सती ने तृतीय (14–25 आयु वर्ग में) अंकित पाण्डे प्रथम कु. अमृता द्वितीय, हर्षवर्धन पाण्डे ने तृतीय (25– 60 वर्ष आयु वर्ग में) नीलम थपलियाल प्रथम, संगीता बहुगुणा द्वितीय, डॉ. विजय कुमार त्यागी ने तृतीय तथा (वरिष्ठ नागरिक में) लक्ष्मी सेमवाल प्रथम व अशोक कुमारी गुप्ता ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया।
जबकि संस्कृत नृत्य प्रतियोगिता (3–8 आयु वर्ग में) कु. आराध्या नौटियाल प्रथम, भव्या नंदा द्वितीय, सात्विका भण्डारी तृतीय (8–13 आयु वर्ग में) कु. अद्विका राणा प्रथम, निधि रिंगवाल द्वितीय, जागृति जोशी तृतीय (13-18 आयु वर्ग में) कु. खुशी द्विवेदी प्रथम, रश्मि आर्य द्वितीय तथा वंशिका भट्ट ने तृतीय स्थान पर रही। प्रतिभागियों के साथ साथ दर्शकों में भी दिखा खासा उत्साह
मैठाणी ने बताया कि प्रतियोगिता में देश विदेश के विभिन्न भागों से संस्कृत प्रेमियों द्वारा विडियो भेजी गई। पहले दिन से ही संस्कृत प्रेमियों द्वारा इसमें बढ़ चढ़कर भाग लिया गया। फेसबुक पर करीब छह लाख से अधिक संस्कृत प्रेमियों ने इसमें सकारात्मक सोच के साथ रुचि दिखाई। जिसके अंतर्गत विभिन्न विद्यालयों, विश्वविद्यालयों, संस्कृत संस्थान के विद्यार्थियों एवं कर्मियों, गृहणियों, वरिष्ठ नागरिकों एवं प्रवासी भारतीयों से भी प्रविष्टियां प्राप्त हुई।
इस आधार पर जारी किए गये परिणाम
उन्होंने बताया कि प्रतियोगिता के हर आयु वर्ग में इतनी अधिक संख्या में वीडियो प्राप्त होना और अल्प समय में परिणाम को घोषित करना बहुत ही कठिन चुनौती पूर्ण कार्य था। कुल 100 अंकों में से दो निर्णायकों के द्वारा प्राप्त अधिकतम 80 अंक जबकि फ़ेसबुक दर्शक संख्या के 20 अंकों के आधार पर वरीयता सूची तैयार की गई।
उन्होंने बताया कि मुंबई से प्रसिद्ध समाज सेविका शिवप्रिया तुरखिया द्वारा अखिल भारतीय स्तर पर प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले हर आयु वर्ग के प्रतिभागी को स्मृति चिन्ह प्रदान किए जा रहे हैं। जबकि स्मृति मंच द्वारा प्रथम से लेकर दसवें स्थान तक प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को पुरस्कार के रूप में प्रमाणपत्र प्रदान किए जा रहे हैं साथ ही अन्य सभी प्रतिभागियों को प्रतिभाग प्रमाणपत्र प्रदान किए