भूतपूर्व सैनिक लीग के प्रतिनिधिमंडल ने सीएम धामी से की मुलाकात


देहरादून। आज भूतपूर्व सैनिक लीग के प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री आवास में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात की। डीईएसएल के मुख्य संरक्षक जनरल जी एस नेगी ने मुख्यमंत्री को फूलों का गुलदस्ता देकर सम्मानित किया और कर्नल यूएस ठाकुर अध्यक्ष डीईएसएल ने मुख्यमंत्री को स्मृति चिन्ह भेंट किया। इस दौरान कर्नल यू एस ठाकुर, अध्यक्ष डीईएसएल, कैप्टन नील थापा, हमारे वरिष्ठ संरक्षक, लेफ्टिनेंट जनरल जीएस नेगी, पीवीएसएम, एवीएसएम, वीएसएम मौजूद रहे।
जनरल जी एस नेगी ने माननीय मुख्यमंत्री द्वारा आवश्यक समझी जाने वाली सूचना एवं आवश्यक कार्रवाई के लिए एक ज्ञापन सौंपा। उसी फाइल में एक अलग पत्र भी सौंपा गया था जिसमें गणना की गई थी कि कुछ प्रासंगिक अनुरोध जिनके लिए डीईएसएल कार्यालय के कामकाज के संबंध में आवश्यक आशीर्वाद की आवश्यकता है। हमारी पुस्तक में प्रकाशन के लिए राज्य सरकार, मुख्यालय, मुख्यालय उत्तराखंड उप क्षेत्र और अन्य स्रोतों से प्राप्त महत्वपूर्ण सूचनाओं से युक्त हर साल प्रकाशित होने वाली हमारी पुस्तक के लिए हमें ऐड (विज्ञापन) देने का भी अनुरोध किया गया था। यह पुस्तक वार्षिक आम सभा की बैठक के दौरान अधिकारियों, जेसीओ, युद्ध विधवाओं और उनके आश्रितों को वितरित की जाती है।



जनरल जीएस नेगी ने माननीय मुख्यमंत्री को जानकारी दी कि देहरादून भूतपूर्व सैनिक लीग भूतपूर्व सैनिकों, युद्ध विधवाओं, वीर नारी और उनके आश्रितों का सबसे पुराना संगठन है। डीईएसएल की स्थापना 9 मई 1982 को बहुत वरिष्ठ जनरलों द्वारा दून घाटी के पूर्व सैनिकों के कल्याण के लिए की गई थी। डीईएसएल के सभी वरिष्ठ कार्यकारी सदस्य, जिसमें सखा अध्यक्ष शामिल हैं, जो पूरे देहरादून में फैले हुए हैं, अपनी सेवाएं मुफ्त प्रदान करते हैं। उन्होंने आगे कहा कि मैं डीईएसएल के नेक प्रयास में हमेशा उनके साथ हूं। उन्होंने कहा कि डीईएसएल दूर-दराज के इलाकों में पहुंचकर ईसीएचएस, पेंशन, दस्तावेज, कैंटीन और जिला सैनिक बोर्ड और सभी रेजीमेंटों के अभिलेख कार्यालयों आदि से संबंधित मामलों से संबंधित अपनी शिकायतों को जानता है।
कर्नल यूएस ठाकुर अध्यक्ष डीईएसएल ने प्रस्तुत किया कि पूर्व सैनिक जो आमतौर पर 38 वर्ष की आयु में सेवानिवृत्त होते हैं और उनके परिवार बहुत अपरिपक्व अवस्था में होते हैं और उन्हें शिक्षित और पोषित करने के लिए अधिक वित्तीय स्थिरता की आवश्यकता होती है, इसलिए उनका पुनर्वास अधिक महत्वपूर्ण हो जाता है। यह अनुरोध किया गया था कि क्या इस युवा प्रशिक्षित बल को एनडीआरएफ, स्टेट आर्म्ड कांस्टेबुलरी और अन्य सेवाओं में प्लेसमेंट दिया जा सकता है ताकि उन्हें आराम दिया जा सके। इसके साथ ही जनरल जीएस नेगी और कर्नल यू एस ठाकुर ने मुख्यमंत्री को विजय दशमी की शुभकामनाएं दीं।
