परम्परागत झूमेलो गीत व भजन कीर्तन के साथ ढूंग व जरम्वाड़ के ग्रामीणों ने मनाया हरेला पर्व।



रूद्रप्रयाग/दशज्यूलाःहरियाली व शुद्ध वातावरण के लिए प्रसिद्ध उत्तराखंड में हरेला पर्व अब गांव गांवों में धूम-धाम से मनाया जाने लगा है। इसी क्रम में जनपद रूद्रप्रयाग के दशज्यूला पट्टी ग्राम पंचायत ढूंग व जरम्वाड़ में धूम-धाम से मनाया गया। इस कार्यक्रम में महिला मंगलदलों की खास भूमिका रही। ग्र्रामीण महिलाओं के द्वारा वृक्षारोपण से पहले कीर्तन भजन,व परम्परागत झूमेलो नृत्य का भी आयोजन किया गया। समाजसेवी हीरा सिंह बिष्ट ने बताया कि हरेला पर्व को पर्यावरण संरक्षण के लिए हर साल धूमधाम से मनाया जाता है। इस लोक पर्व को अब परम्परागत लोकपरम्पराओं से जोड़कर और भी भब्य व रोचक बनाया जा रहा है। जिससे पर्यावरण के साथ साथ हमारी लोक परम्पराओं व रीति रिवाजों को बढ़ावा मिल सकें। इससे नई पीड़ी अपनी लोकपरम्पराओं व रिवाजों से रूबरू हो सकेगी।
हरेला महोत्सव के दौरान ग्रामीण महिलाओं व पुरूषों ने अनेक फलदार व चारा पत्ती के पौधों का रोपण कर उन्हें संरक्षित करने का संकल्प लिया। इस दौरान अखिल भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष डबराल जी, जिलाध्यक्ष प्रवल नेगी,ममता राणा (मसरूम प्रसिक्षण)प्रधान प्रवेन्द्र चौधरी,पूर्व प्रधान विजयपाल सिंह कठैत,जिलाध्यक्ष किसान यूनियन हीरा सिंह नेगी,महिला मंगलदल अध्यध्क्ष,कुशुम राणा,रेखा देवी,गौरा देवी,माहेश्वरी देवी,सुमित्रा देवी,माया राणा,नीलम चौधरी,कुलदीप सिंह रावत,मदन सिंह रावत,नागेन्द्र भण्डारी,ढूंग व जरम्वाड़ ग्राम पंचायत की महिला मंगलदल,युवा वर्ग बुजूर्ग व समस्त ग्रामीण मौजूद रहे।

