कम मतदान प्रतिशत किस प्रत्यासी के पक्ष में जायेगा? जाने इस खास खबर में



























देहरादूनःलोकसभा के प्रथम चरण के मतदान के बाद उत्तराखंड में चुनावी माहौल फिलहाल शांत हो गया है। निर्वाचन आयोग की लाख प्रयासों के बावजूद मतदान केन्द्रों पर मतदाताओं की संख्या की संख्या में काई खास इजाफा देखने को नहीं मिला है। सूबे की पांचों लोकसभा सीटों पर 5 बजे तक औसत मतदान 53.56 प्रतिशत रहा।जिसमें नैनीताल 59.36 प्रतिशत,हरिद्वार 59.01 प्रतिशत,अल्मोड़ा 44.43 प्रतिशत, टिहरी 51.01 प्रतिशत,गढ़वाल 48.79 प्रतिशत रहा है।



लोकसभा चुनावों के प्रथम चरण के प्रत्याशियांे का भाग्य ईवीएम में बंद हो गया हैं। इन सभी प्रत्यासियों के भाग्य का फैसला 4 जून को आने वाले चुनाव परिणामों के साथ होगा। उत्तराखंड के पांचों लोकसभा सीटों में अल्मोड़ा व नैनीताल में भाजपा अपना प्रभाव कायम रखते हुऐ अंन्तिम समय तक बढ़त की ओर रही। वही हरिद्वार सीट पर भी भाजपा की जीत लगभग तय मानी जा रही है। टिहरी सीट भी भाजपा प्रत्यासी के पक्ष मंे जाती हुई दिखाई दे रही है। गढ़वाल संसदीय क्षेत्र में इस बार भाजपा व कांग्रेस के बीच कॉटे की टक्कर दिखाई दी। अभी तक के रूझानों में यह सीट कांग्रेस के पक्ष में जाती दिखाई दे रही है।
इस बार लोकसभा चुनावों का शोर सरावा व प्रचार-प्रसार शांति पूर्ण रहा लेकिन पांचों सीटों पर अंन्तिम समय में स्थितियों दिलचस्प हो गई। भाजपा ने जहां गढ़वाल सीट को हासिल करने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा दिया । वहीं कांग्रेस ने स्थानीय मुद्दों को जनता के बीच पंहुचा कर शुरू से अंत तक बढ़त बनाई रखी।
बहरहाल उत्तराखंड में मतदान के बाद चुनावी शोर थम गया है और प्रत्यासी 4 जून तक अपने भाग्य के फैसले का इंतजार के साथ साथ गुणा भाग करने में जुट गये है। देखने वाली बात यह होगी कम मतदान प्रतिशत किस प्रत्यासी का भाग्योदय करता है और किस प्रत्यासी को हार का सामना करना पड़ता है।
-भानु प्रकाश नेगी हिमवंत प्रदेश न्यूज देहरादून
