मोरी व्लाक पोखरी गांव के किसान परेसान,खराब रास्ते के कारण समय पर नहीं पंहुच पा रहा सेब मंडी में




उत्तकाशी मोरीः केन्द्र व राज्य सरकार की 2022 तक किसानों की आय को हर हाल में दुगना करने की योजना दम तोडती नजर आ रही है।इसकी ताजा उदाहरण जनपद उत्तकाशी के मोरी ब्लाक पोखरी गांव में देखने को मिली। बागवानी के लिए प्रसिद्व इस क्षेत्र में सेब की बहुत अच्छी पैदावार होती है। लेकिन राज्य सरकार की लापरवाही के कारण पोखरी से खटियाउ पुल तक 5 किलोमीटर पैदल रास्ते की हालत अतियंत दयनीय है। जिससे किसानो को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है।
सामाजिक कार्यकर्ता दिनेश रावत का कहना है कि पोखरी गांव के आस पास के क्षेत्र में सेब की बहुत अच्छी फसल होती है। लेकिन पोखरी गांव से खटियाउ पुल तक पांच किलोमीटर का रास्ता उबड़ खाबड़ व बारिस के कारण भूस्खलन से खतरनाक स्थिति में पंहुच चुका है। यहां सेब व अन्य सामान के डुलान के लिए खच्चरों उपयोग किया जाता हैं रास्ता खराब होने के कारण खच्चरों की टांगे खराब हो जाती है। दिनेश रावत ने बताया कि वन विभाग के अधिकारियों को कई बार पत्र लिखने पर भी काई कार्यवाही अभी तक नहीं हो पायी है। खराब रास्ते के कारण बागवानी से जुडे कास्तकार समय से सेब मंडी मंे नही पंहुचा पाते है जिससे किसानों व कास्तकारों को भारी नुकसान का उठाना पडता है।