शासन को भेजी ज्योर्तिमठ नगर में सुरक्षात्मक कार्यो की डीपीआर।
DPR for protective works in Jyortimath Nagar sent to the government.
स्वीकृति मिलने पर शीघ्र आरंभ होगा काम।
भूधसाव प्रभावित ज्योर्तिमठ नगर में सुरक्षात्मक कार्य जल्द शुरू होंगे। यहां पर सीवरेज, ड्रेनेज, स्लोप स्टेबलाइजेशन और टो-प्रोटेक्शन कार्यो की डीपीआर तैयार कर शासन को भेजी दी गई है। शासन से स्वीकृति मिलने पर कार्यदायी संस्थाओं द्वारा शीघ्र कार्य आरंभ किया जाएगा।
जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने क्लेक्ट्रेट सभागार में राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के कंसल्टेंट के साथ ज्योर्तिमठ में प्रस्तावित सुरक्षात्मक कार्यो की समीक्षा की। बैठक में राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के कंसल्टेंट ने बताया कि सभी प्रकार की टेस्टिंग और विस्तृत ज्योलॉजिकल सर्वेक्षण के बाद ज्योर्तिमठ नगर में सीवरेज के लिए 178.85 करोड़, ड्रेनेज के लिए 213.89 करोड़, स्लोप स्टेबलाइजेशन के लिए 596 करोड़ और टो-प्रोटेक्शन के लिए 101.71 करोड़ की डीपीआर तैयार कर शासन को भेज दी गई है। शासन से स्वीकृति मिलने पर कार्यदायी संस्थाओं द्वारा कार्य आरंभ किया जाएगा। उन्होंने बताया कि सीवरेज और ड्रेनेज का कार्य पेयजल निगम द्वारा किया जाना है। जबकि लोक निर्माण विभाग द्वारा स्लोप स्टेबलाइजेशन और सिंचाई विभाग द्वारा मारवाडी से विष्णुप्रयाग तक नदी किनारे टो-प्रोटेक्शन का कार्य किया जाएगा। ज्योर्तिमठ नगर में भूधसाव से प्रभावित 482 भवन को रेड कैटेगरी में रखा गया है, जिसमें 217 भवन स्वामियों को मुआवजा दिया जा चुका है। साथ ही जिलाधिकारी ने यलो कैटेगरी में 442 और ग्रीन कैटेगरी में स्थित 280 भवनों में हल्के मरम्मत कार्यो की अनुमति पहले ही दे दी थी। ज्योतिर्मठ में अभी स्थिति सामान्य है। बैठक में राज्य आपदा प्रबंधन के कंसल्टेंट विवेक तिवारी, आशीष कुमार, योगेश उनियाल मौजूद थे।