मातृशक्ति दिवस के रूप में मनाई गई माता श्री राजेश्वरी देवी की पावन जयंती




नई दिल्ली, 6 अप्रैल। महान आध्यात्मिक विभूति माताश्री राजेश्वरी देवी की पावन जयंती श्री हंसलोक आश्रम, छतरपुर, नयी दिल्ली में 5 एवं 6 अप्रैल को मातृशक्ति दिवस के रूप में मनाई गई। कार्यक्रम में देश-विदेश से हजारों श्रद्धालु-भक्त एवं संत-महात्मा शामिल हुए।
इस मौके पर श्री हंसलोक जनकल्याण समिति द्वारा आयोजित जनकल्याण सत्संग समारोह को सम्बोधित करते हुए
परमपूज्य श्री भोले जी महाराज एवं माता श्री मंगला जी ने कहां कि माता श्री राजेश्वरी देवी अपने समय की अलौकिक शक्ति और महान आध्यात्मिक विभूति थी। उन्होंने दुनिया के अनेक देशों में अध्यात्म ज्ञान का प्रचार कर लाखों लोगों के जीवन को बदल दिया।
माता श्री मंगला जी ने कहा कि माता श्री राजेश्वरी देवी का सारा जीवन ज्ञान प्रचार और मानव कल्याण को समर्पित था। उन्होंने लोगों के दिलों में ज्ञान की ज्योति जलाकर समाज में प्रेम, शांति, एकता और सद्भाव का वातावरण बनाया। वे गरीब, असहाय तथा जरूरतमंद लोगों की सेवा-सहायता के लिए सदैव तत्पर रहती थीं।माता श्री मंगला जी ने बताया कि आज द हंस फाउंडेशन द्वारा देश के अनेक राज्यों में माता राजेश्वरी देवी के नाम से गरीब बच्चों के लिए निशुल्क स्कूलों का संचालन किया जा रहा है। माताश्री मंगला जी ने समारोह में उपस्थित श्रद्धालु-भकतों का आह्वान किया कि वे माताश्री राजेश्वरी देवी की शिक्षाओं और संदेशों को अपने जीवन में उतारें।
इस मौके पर श्री भोले जी महाराज ने–जीवन है बेकार भजन बिन दुनिया में तथा मानुष जन्म अनमोल रे–आदि भजन गाकर लोगों को भक्ति मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित किया।
इस मौके पर श्री भोले जी महाराज एवं माता श्री मंगला जी ने हवन-पूजा के साथ श्री हंसलोक आश्रम में नवनिर्मित 1 लाख 44 हजार लीटर की क्षमता वाले ओवर हैंड वाटर टैंक का उद्घाटन किया। उन्होंने आश्रम परिसर में नवनिर्मित पानी की शीतल प्याऊ का भी शुभारंभ किया।
कार्यक्रम में महात्मा आत्मसंतोषी भाई, महात्मा हरिप्रिया बाई, महात्मा शिवकृपानंद, मनोज भार्गव तथा श्री मंगल जी ने भी सत्संग विचारों से लोगों को लाभान्वित किया। सुप्रसिद्ध भजन गायिका नेहा खंकरियाल एवं महेश लखेड़ा ने नवरात्र से जुड़ी माता की भेंट एवं भक्ति भाव के भजन प्रस्तुत कर माहोल को भक्तिमय बना दिया।