मुखबा-जांगला पैदल मार्ग पर जान जोखिम में डालकर आवाजाही करने को मजबूर ग्रामीण



उत्तरकाशी। गंगोत्री धाम के कपाट बंद और खुलने पर मां गंगा की डोली मुखबा-जांगला पैदल मार्ग से जाती है। लेकिन गत दो माह से मार्ग जगह-जगह क्षतिग्रस्त है। ऐसे में ग्रामीण जान जोखिम में डालकर आवाजाही करने को मजबूर हैं। इतना ही नहीं सेब के बगीचों तक पहुंचने और रोजमर्रा के कामकाज के लिए भी लोग इसी रास्ते से आवाजाही करते हैं। जिससे ग्रामीणों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

ऐसे में अब डेढ़ माह बाद जब गंगोत्री धाम के कपाट बंद होने है तो मां गंगा की डोली श्रद्धालुओं के साथ इसी रास्ते अपने शीतकालीन पड़ाव मुखबा लौटेगी। जिसको लेकर तीर्थपुरोहित और ग्रामीणों ने शासन-प्रशासन से शीघ्र क्षतिग्रस्त मार्ग की मरम्मत करने की मांग की है।

