उत्तराखंड के पर्वतीय जनपदों में परम्परागत तरीके से मनाया गया दीपोत्सव,ढ़ोल दमाउ की थाप पर खेला ग्रामीणों ने भैलो







कोरोना काल के बाद देशभर में दीपावली का त्यौहार धूम धाम से मनाया गया। इस बार सनातन धर्म को मानने वाले लोगो ने दीपावली के पावन पर्व पर जमकर खरीदारी की और अपने परिवार के साथ दीपोत्सव का त्यौहार मनाया। वही उत्तराखंड उत्तराखंड में उत्तराखंड के पर्वतीय जनपदों में दीपावली का त्यौहार परम्परागत तरीके से मनाया गया। अधिकतर गांवों में ढ़ोल दमाउ की थाप पर भैलो खेला गया। इसी क्रम में जनपद चमोली के सिदेली गांव में अनोखे अंदाज में ढोल दमाउ की थाप पर सामूहिक रूप से भैलो खेला गया। वही इस सामूहिक परम्परागत कार्यक्रम में ग्रामीण महिलाओं पुरूषों व बच्चों ने ढोल दमाउ की थाप पर जमकर नृत्य कर दीपावली का त्यौहार मनाया।
वही पूर्व प्रधानाचार्य रधुबीर सिंह ने कहा कि हमें अपनी लोक परम्पराओं को जीवित रखना अतियंत आवश्यक है ताकि हमारी अलग पहचान बनी रहे।
आपको बता दें कि,उत्तराखंड अपनी समृद्व लोककला संस्कृति व विरासतों के लिए देश और दुनियां में विख्यात है। विकट भूगोल व रोजगार के लिए यहां के मूल निवासियो का बाहर के शहरों में पलायन हो रहा है। जिससे हमारी लोक परम्पराओं संस्कृति व विरासतें लगातर लुप्त होती जा रही है। लेकिन अब उत्तराखंडी लोग एक बार फिर से धीरे धीर जागरूक हो रहे है और अपनी समृद्व लोकपरम्पराओं की ओर फिर से रूख करने लगे है।
संतोष नेगी,हिमवंत प्रदेश न्यूज सिदेली पोखरी चमोली