पूरब दिशा की यात्रा पर निकली आराध्य देव भूमियाल रावल देवता की बन्याथ,भक्तों में भारी खुशी माहौल
आराध्य देव भूमियाल रावल देवता की घर दिवारा यात्रा पूर्ण होने के बाद अब दिवारा यात्रा बन्याथ पूरब दिशा की ओर प्रस्थान कर चुकी है। इस दिवारा यात्रा का पहला पड़ाव कुटुम्भ नगर कुमेडी डांग सेरा दयूका रहा जहां रावल देवता ने गांव भ्रमण कर अपने भक्तों को आर्शीवाद दिया।
इस दौरान रावल देवता भक्तों का तांता लगा रहा भक्तों के द्वारा रावल देवता,लाटू देवता,व मॉ भगवती राजराजेश्वरी के जयकारें के साथ साथ भव्य स्वागत किया गया। दिवारा यात्रा का प्रथम रात्रि विश्राम द्युका गांव में हुआ। दूसरा दिन दिवारा यात्रा सेरू,अमकाणा,चौखण्डा आदि गांवों के भ्रमण के बाद रात्रि विश्राम के लिए थपल गांव पंहुची जहां भक्तों ने दिवारा यात्रा का भब्य स्वागत किया। थपल गांव के भ्रमण के बाद मॉ चण्डिका के मंदिर भनतोली के बाद क्युुड़ी गांव पंहुची जहां भक्तों ने जयकारे के दिवारा यात्रा बन्याथ का स्वागत किया।
दिवारा यात्रा के दौरान पण्डित अरुण प्रसाद खन्नाई, पुजारी शिवप्रसाद मलवाल,अध्यक्ष बृजमोहन सिंह पंवार सयोजक सुनील सिंह पंवार,नन्दा सिंह पंवार राजेन्द्र सिंह पंवार (देवपश्व),विजय सिंह पंवार (देवपश्व)भूपेन्द्र सिंह बुटोला (देवपश्व) विपिन सिंह राणा (देवपश्व) आकाश सिंह पंवार (देवपश्व)
राजेन्द्र सिंह पंवार (कोषाध्यक्ष-नियुक्त एक माह) मोहन सिंह राणा सहयोगकर्ता, ढोल/दमांऊ वादक तेजबीर लाल,ढोल/दमांऊ वादक सुनील लाल,ढोल/दमांऊ वादक आशी लाल
दिलवर सिं चौहान,मातवर सिंह पंवार, संग्राम सिंह कठेत,राजेन्द्र सिंह कठेत ,उदय सिंह नेगी
राजपाल सिंह पंवार नन्दन सिंह पंवार, दिग्पाल सिंह नेगी हरीश सिंह पंवार हनुमन्त सिंह पंवार दिनेश सिंह पंवर बलवन्त सिंह पंवार नन्दन सिंह पंवार कुंवर सिंह पंवार समेत अनेक भक्त मौजूद रहे।
-भानु प्रकाश नेगी