जन्म-जन्मांतर के पुण्यों फल होता है श्रीमद्भागवत भागवत महापुराण कथा:भागवताचार्य पंण्डित आचार्य प्रकाशचंद





सोसायटी एरिया क्लेमेनटाउन देहरादून में बसंती देवी रावत व उनके सुपुत्र कनवर रावत द्वारा अपने पित्रों के उद्धार के लिए आयोजित श्रीमद्भागवत भागवत कथा महापुराण का भव्य शुभारंभ विधि-विधान से हो गया है।
श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान का शुभारंभ करते हुऐ भागवताचार्य पण्डित आचार्य प्रकाशचंद ने कहा कि,इस दिव्य महापुराण को करने से दैविक दैविक भौतिक दुख कट जाते है। उन्होने कहा कि आनंद चित भगवान इस संसार को सजाकर बाद में उसका संहार कर देते है। इस दिव्य कथा के श्रवण का तत्काल मिलता है। राजा परीक्षित को इस कथा के श्रवण से दिव्य मुक्ति मिली थी।
कथा के दौरान शानदार भजनों पर भक्त खूब झूमें।
कथा के दौरान आचार्य डाॅ एन पी पुरोहित,जयकृष्ण सेमवाल,प्रमोद चमोला,अजय मैठाणी,नौटियाल,संगीतकार वंशीधर यजमान कनवर रावत समेत अनेक गणमान्य लोग मौजूद रहे।

