March 28, 2024

चिद शक्ति के रूप में सभी देहधारियों में विराजती है जगदम्बा

उस महाशक्ति की उतपत्ति व नाश कभी नही होता क्योंकि वह अनादि एवम अनंत हैं वह देवी नित्या एवम परा है और सभी कारणों का कारण होने से सभी प्राणियों में आत्मस्वरूप बनकर विद्यमान रहती है वे जिस प्राणी की शक्ति खींच लेती हैं वह शव मुर्दे की तरह निर्जीव हो जाता है क्योंकि चित्त शक्ति के रूप में वह सभी जीवधारियों में विराजती है
उक्त विचार ज्योतिष्पीठ ब्यास आचार्य शिव प्रसाद ममगाईं जी ने अखिल गढ़वाल सभा नेशविला रोड में महिला कल्याण समिति द्वारा विश्व शांति जनकल्याण के उद्देश्य से आयोजित श्रीमद्देवी भागवत महापुराण के षष्ठम दिवस पर व्यक्त करते हुए कहा कि वह देवी साक्षात ब्रह्म स्वरूपा हैं जिनका प्राकट्य एवम तिरोभाव (अंतर्ध्यान)केवल देवताओं के कार्य के लिए होता है तभी देवता व मुनष्य तन्मय होकर उनकी स्तुति करते हैं वे भगवती परमेश्वरी अपने भक्तों का कार्य सिद्ध करने के लिए विविध रूप से अपनी योगिनियों के साथ अवतरित होती हैं वे भगवती जगदम्बा अपनी इच्छा से प्रकट होती हैं अन्य समस्त देवताओं की भांति इन पर दैव(प्रारब्ध) का प्रभाव नही पड़ता पुरुस्वार्थ की पूर्ण व्यवस्था करने वाली वह देवी नित्य स्वरूपा हैं काल का साहस नही की वह इनके निकट आ सके यह सारा संसार दृश्यमान है ब्रह्मादि देवता भी इनके स्वतंत्र कर्ता न होकर निमित उपादान एवम परिदर्शक हैं क्योंकि सत और असत स्वरूपा देवी ही इस दृश्यमान जगत की जननी है वे स्वयम इस ब्रह्मांड स्वरूप नाटकी रचना करके परम् पुरुष को प्रसन्न किया करती हैं उनका यह कौतुक देखकर जब परम् पुरुष प्रसन्न होता है तब वह क्षण भर में समस्त विश्व का संहार कर देती हैं इससे यह स्पष्ट हो गया कि इस दृश्यमान नाटक की कर्ता धर्ता जगदम्बा ही हैं कृपापूर्वक ब्रह्मा विष्णु शंकर को निमित बनाकर कुछ अवधि निरूपण करके यह लीला दिखाती हैं साथ ही अपनी कर्तत्व शक्तियों को सावित्री लक्ष्मी और पार्वती का रूप देखकर उन्हें सर्व शक्तिमान बनाती हैं अतः सावित्री(सरस्वती) द्वारा ज्ञान पाकर ब्रह्मा जगत की सृष्टि करते हैं लक्ष्मी द्वारा ऐश्वर्य पाकर विष्णु जी जगत का पालन करते हैं और पार्वती द्वारा तेज पाकर रुद्र इस सृष्टि का संहार करते हैं
इस अवसर पर मुख्य रूप से भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष श्रीमती आशा नौटियाल ने अपनें उद्बोधन में कहा कि उत्तराखंड पृथक राज्य में महिलाओ कि भुमिका रही हर तरह से लोक का कल्याण हो यह सैचकर विकास के लिए संघर्ष हो आज जैसी जोशीमठ आपदा से निजात व प्रदेश की खुशाली के लिए यह धार्मिक अनुष्ठान देवीभागवत किया इसी तरह हर जगह आज एकजुट होकर कुरितियों रूढ़िबाधी कुरीतियों को मिटाकर समाज की दिशा दशा सुधारने के लिए सब महिलाओ को आगे आनें की आवश्यकता है आज प्रदेश अध्यक्ष आशा नौटियाल आयुष नौटियाल महिला कल्याण समिति अध्यक्ष लक्ष्मी बहुगुणा महासचिव सुजाता पाटनी देवेश्वरी बम्पाल सरस्वरती रतूड़ी सुषमा थपलियाल रोशनी नंदा तिवारी रेखा संतोष गैरोला मीना सेमवाल सशि सती रजनी राणा मनोरमा डोभाल चन्द्र बल्लभ बछेती  मंजू बडोनी चंदा बडोनी उषा भट्ट आशा रावत शकुंतला रावत अनिता भट्ट सिमा थपलियाल रमेश जखवाल जी राजेश्वरी चमोली श्री कृष्ण बहुगुणा संतोष गैरोला शान्ता नेगी कमलेश राशत उषा चौहान तपन भट्टाचार्य सुधामा भट्ट दर्शनी नौटियाल अनिता चमोली डिम्पल मलिक अनुराधा कोटनाला सुनील ममगांई आदि भक्तजन उपस्थित थे

Spread the love

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!