पुरानी पेंशन योजना बहाली की मांग मांग को लेकर हुंकार रैली आयोजन]कई सामाजिक संगठनों ने राज्य कर्मचारियों पर लगाये अनावश्यक राजनीती के आरोप




राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा ने कर्णप्रयाग में पुरानी पेंशन योजना बहाली की मांग को लेकर हुंकार रैली का आयोजन किया। इस दौरान रैली में राष्ट्रीय व प्रांतीय पदाधिकारी के साथ ही गढ़वाल और कुमाऊं मंडल के हजारों कर्मचारियों ने प्रतिभाग किया । संयुक्त मोर्चा ने केंद्र और राज्य सरकार की ओर से मांग पर कार्रवाई न करने पर नाराजगी जताते हुए आंदोलन को देश भर में गति देने की बात कही। नगर में आयोजित रैली के बाद भी सभा को संबोधित करते हुए मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीपी सिंह रावत ने कहा आने वाला समय केंद्र सरकार के लिए निर्णायक समय है। कई राज्यों में पुरानी पेंशन बहाली हो चुकी है। उत्तराखंड में कार्मिक लंबे समय से पुरानी पेंशन बहाली के लिए आंदोलनरत हैं। धामी सरकार को चाहिए कि कर्मचारी के हित में शीघ्र पुरानी पेंशन बहाल करें। नई पेंशन स्कीम शिक्षक, कर्मचारी के हित में नहीं है, इसके कई दुष्परिणाम देखने को मिल रहे हैं। पेंशन हुंकार रैली के माध्यम से राज्य सरकार से जल्द ही पुरानी पेंशन बहाली की मांग करते हैं।कर्मचारियों ने कहा कि 2005 के बाद से इस पुरानी पेंशन योजना को बंद करके बहुत बड़ा अन्याय कर्मचारियों के साथ किया गया है अब भूल सुधार का समय है सरकार ने सरकारी कर्मचारियों की एकता और ताकत को नजरअंदाज नहीं कर सकते।यदि सरकार जल्द ही कोई सकारात्मक कदम नहीं उठाती तो इसके परिणाम आने वाले लोकसभा चुनाव में देखने के मिलेंगे।
वही कई सामाजिक संगठनों का कहना है कि जिस वक्त पेंसन सम्पाप्त करने का निर्णय लिया जा रहा था तक राज्य कर्मचारी कहां सो रहे थे।और अब शिक्षण कार्य पर ध्यान देने के बजाय राजनीति पर उतर आये है। इस राज्य में शिक्षक व कर्मचारी बच्चों के भविष्य से ज्यादा अपनी चिन्ता में डूबे हुऐ है और अनावश्यक राजनीति पर उतर आये है। साथ ही उन्होनंे कहा है कि जब सरकार कर्मचारियों को मोटी रकम बेतन के रूप मे दे रही है तो अब पेंसन देने का काई औचित्य नहीं बनता है। यदि सरकार कर्मचारियों को मोटी रकम की वेतन के बाद भी पेंन्सन देती है तो इस जमकर विरोध किया जायेगा।