लोकगायिक प्रसिद्व कलाकार नवीन सेमवाल को विनम्र श्रद्धांजलि





मात्र 44शाल की उम्र में उत्तराखंड की लोककला व संस्कृति को उॅचे स्तर पर पंहुचाने वाले रूद्रप्रयाग जनपद निवासी लोकगायक व प्रसिद्व कलाकार नवीन सेमवाल के आकस्मिक निधन से कलाजगत को अपूर्णीय छति पंहुची है। मधुर व्यवहार के धनी नवीन सेमवाल न सिर्फ न सिर्फ लोकगायक थे बल्कि व कलाकार भी बहुत उम्मीद किस्म के थे। पहाड़ों से पलायन,होम स्टे योजना व स्वरोजगार आदि पर लधु फिल्मों में उनके द्वारा शानदार अभिनय किया गया। जो चिरकाल तक उत्तराखंडी जनमानस के मन में छाया रहेगा। मेरी बामणी गीत में उनकी मुधर आवाज आज भी हर शुभकार्य में शान से बजता है।
म्ेरी पहली और अंन्तिम मुलाकात नवीन सेमवाल जी से महड़ गांव में आयोजित मॉ चण्डिका बन्यात के दौरान हुई थी। जहां उन्होंने शानदार भजन गाकर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया था। कार्यक्रम बाद उनके साथ अनेक कलाकारों का भी इंटरव्यूह मेरे द्वारा किया गया था। एक इन्टरव्यूह के दौरान उन्होंने ने कहा था कि उन्हें इतना आनन्द कही नहीं आया जितना की मॉ चण्डिका की बन्याथ में आया। कलाकारी व गायन का शौक उन्हें बचपन से था।
प््रसिद्व कलाप्रेेमी व लोकगायक नवीन सेमवाल को हिमवंत प्रदेश न्यूज विनम्र श्रद्धांजलि देता है और उन्हें भगवान के चरणों में स्थान मिले व उनके परिजनों को इस असहनीय दर्द को सहने की शक्ति प्रदान करें

