हरी चटनी है आपके सेहत के लिए खास,जाने इसके गुणकारी लाभ
कभी खाना खाने का अगर मन न हो और खाने की थाली में हरी चटनी नज़र आ जाये तो भला कोई खाना खाए बगैर कैसे रह सकता है। जी हां हरी चटनी….जो न सिर्फ खाने का स्वाद बढ़ाती है बल्कि हमें स्वास्थ्य लाभ देकर कई रोगों से भी दूर रखती है। दरअसल भारतीय व्यंजन में दाल, चावल और रोटी का जितना महत्वढ है उतना ही महत्व हरी चटनी का भी है। भोजन की थाली में अगर हरी चटनी भी हो तो मुंह का जायका ही बदल जाता है। इतना ही नहीं अगर आप बदहजमी के शिकार है या आपको भूख कम लगती है तो जाहिर है, आप खाते भी कम होंगे । ऐसे में भोजन की थाली बनाते समय उसमें हरी चटनी को जगह देना बिल्कुल न भूलें।
आइये जानते हैं हरी चटनी खाने के क्या क्या फायदे होते हैं……
शरीर में आयरन की कमी एनीमिया का कारण बनती है। ऐसे में हरा धनिया और पुदीना से बनी चटनी का सेवन एनीमिया की परेशानी दूर करता है। दोनों ही चीजों में आयरन प्रचुर मात्रा में होता है। जिससे शरीर में खून की कमी दूर होती है।
धनिया और पुदीना की चटनी बनाते समय उसमें डाला गया नींबू, काला नमक, जीरा, हरी मिर्च, हींग, अदरक और लहसुन न सिर्फ मुंह के स्वाटद को अच्छा करता है बल्कि आपके हाजमे को भी दुरुस्त, रखता है।
हरा धनिया का सेवन डायबिटीज रोगियों के लिए बेहद फायदेमंद माना जाता है। धनिया के सेवन करने से शरीर में इंसुलिन का स्तेर सही बना रहता है। हरे धनिए से बनी चटनी में एंटी इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो शरीर की हर तरह की सूजन या घाव को जल्दी ठीक करने में मदद करता है। वहीं धनिया और पुदीने की पत्तियों में मौजूद एंटीसेप्टिक गुण मुंह के छाले ठीक करने में भी मदद करते हैं।
भूख न लगने की वजह से व्यक्ति को कमजोरी और थकान महसूस होने लगती है। ऐसे में भोजन के साथ परोसी गई हरी चटनी भूख बढ़ाने के साथ भोजन का स्वाद भी बढ़ा देती है।
हरे धनिया में एंटीफंगल और एंटीसेप्टिक गुण मौजूद होते हैं। इससे बनी चटनी का सेवन करने से त्वईचा में संक्रमण और मुंहासे होने की संभावना कम हो जाती है। यह शरीर को अंदर से डिटॉक्सीफाई करके त्वचा की खोई चमक लौटाने में भी मदद करता है।
