6 अक्टूबर से मानसिक स्वास्थ्य पर ‘फोरगिवनेस फाउंडेशन सोसायटी’ करेगी जागरूकता कार्यशाला का आयोजन
देहरादून, विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर फोरगिवनेस फाउंडेशन सोसायटी और उत्तराखंड राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के संयुक्त तत्वावधान में विद्यालयों में मानसिक स्वास्थ्य की जागरूकता और कार्यशालाओं का आयोजन किया जा रहा है। ये कार्यशाला यें छः अक्टूबर से दस अक्टूबर एक सप्ताह तक विद्यार्थियों और शिक्षकों के लिए डॉ. पवन शर्मा द्वारा दी जायेगी। इन कार्यशालाओं में विद्यार्थियों को मानसिक तनाव, हताशा, अवसाद, चिंता, नकारात्मक विचारों आदि जैसे कई मानसिक चुनौतियों का सामना करना सिखाया जायेगा और विद्यार्थियों और शिक्षकों के मानसिक स्वास्थ्य से जुड़े सवालों के जवाब और परामर्श दिये जायेंगे। डॉ. पवन शर्मा ने बताया कि कोरोनकाल के बाद मानसिक स्वास्थ्य के लिए चुनौतियाँ बहुत बढ़ गई है और लोग इस सदमे से बाहर नहीं निकल पाए रहे हैं इसके लिए बेहतर माहौल के साथ पेशेवर परामर्श की अत्यंत आवश्यकता है। डॉ. पवन शर्मा ने इस बात पर भी जोर दिया है कि लोगों को अपने मानसिक स्वास्थ्य के लिए जागरूक हो कर अधिक सहजता के साथ बात करनी चाहिए, मानसिक स्वास्थ्य हमारे शारीरिक स्वास्थ्य जितना ही महत्वपूर्ण है। कोई भी शिक्षण संस्थान फोरगिवनेस फाउंडेशन सोसायटी से संपर्क करके अपने संस्थान में मानसिक स्वास्थ्य के लिए कार्यशालाओं का आयोजन निःशुल्क करवा सकते हैं। फोरगिवनेस फाउंडेशन सोसायटी द्वारा नौ अक्टूबर (रविवार) को मुफ़्त मानसिक स्वास्थ्य परामर्श कैंप का आयोजन किया है जिसमें से 14 वर्ष से अधिक का कोई भी व्यक्ति निःशुल्क परामर्श की सुविधा ले सकता है।