रैणी आपदा के ढाई साल बाद भी नहीं हो पायी प्रभावितों की समस्या का समाधान तक काट रहे शासन प्रशासन के चक्कर





रैणी आपदा आई ढाई वर्ष से भी अधिक समय बीत जाने के बावजूद भी ग्रामीण अपनी समस्या को लेकर अभी तक काट रहे शासन प्रशासन के चक्कर-
चमोली- 7 फरवरी 2021 को जब ऋषि गंगा रैणी मे आपदा आई तब वहां के स्थानीय लोगो ने ये भी नही सोचा होगा कि आपदा आने से जो नुकसान/समस्या पैदा हुई उसको दुरस्त करने में इतना समय लग जायेगा।रैणी आपदा आई लगभग ढाई वर्ष बीत जाने के बाद भी आज तक जुवाग्वाड के ग्रामीण इस आपदा की मार झेल रहे हैं।
7 फरवरी 2021 को जब रैणी मे आपदा आई उस आपदा में जुवाग्वाड पैदल पुल आपदा का भेट चढ़ गया था जो कि आज तक नही बन पाया ग्रामीण अनेको बार शासन प्रशासन से पुल बनाने के लिए गुहार लगा चुके हैं मगर अभी तक समस्या ज्यो का त्यों बना है।
जुवाग्वाड के ग्रामीणों के साथ समस्या को लेकर जिलाधिकारी व लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों से मुलाकात किया।और पैदल पुल के बह जाने से लोगो को अपने गॉव पहुँचने मे जो समस्या हो रही अवगत कराया।जिलाधिकारी चमोली ने सम्बंधित अधिकारियो को निर्देशित करते हुए कार्य में तेजी लाने को कहा है।इसके साथ ही कुछ दिनों से वहां पर वैकल्पिक संसाधन ट्रॉली जिससे ग्रामीण अभी तक काम चला रहे थे उसका जरनेटर खराब होने के कारण ट्रॉली ठप पड़ा है।जिलाधिकारी व लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को अवगत कराया लोक निर्माण विभाग के अधिकारिययो द्वारा आश्वाशन दिया गया कि बहुत जल्दी ही ट्रॉली को ठीक कर दिया जाएगा और एक दो लेबर ट्रॉली संचालन हेतु अतरिक्त बढ़ा दिया जाएगा पहले सिर्फ दो लेबर यहां पर ट्रॉली संचालन हेतु रखे गए थे।ग्रामीणों में सर्वश्री आलम सिंह,बख्तावर सिंह,जगत सिंह,नन्दा सिंह,दिनेश सिंह,गुमान सिंह,पुष्कर सिंह,ज्योति देवी क्षेत्र पंचायत सदस्य सुभाई,नन्दी राणा,पुष्कर सिंह राणा जिला महामंत्री प्रधान संघ चमोली आदि शामिल थे।

