झंगोरा, मंडुवा व चौलाई की स्वादिष्ट व स्वास्थ्य वर्धक मिठाई बनी बसंतोत्सव में आकर्षण का केन्द्र



देहरादून:मोटे अनाजों की पौष्टिकता का लोहा पूरी दुनियां में माना जा रहा है। पीएम मोदी के द्वारा मोटे अनाजों के प्रोत्साहन के बाद कुछ मेहनती कास्तकारों ने इन्हें रोजगार का जरिया बना लिया है। मोटे अनाज झंगोरा,चौलाई, कोदा(मंडवे) से स्वादिष्ट मिठाई बनाकर स्वरोजगार की नई पहल शुरू की है। देहरादून राजभवन में आयोजित बसंतोत्सव में इन मिठाईयों का स्टाॅल चमोली जनपद घाट ब्लाक के मेहनती व्यवसायी गोविन्द सिंह मेहरा के द्वारा लगाया है। चौलाई की बर्फी,मंडवे के लड्डू,व चाकलेट,झंगोरे के लड्डू ,मंडूवे के बिस्कुट इतने स्वादिष्ट है कि जो भी इनका स्वाद यहां पर चखता है वह इन मिठाईयों का मुरीद हो जाता है।
गोविन्द सिंह मेहरा बताते है कि उन्होने कोरोना काल में इस कारोबार से खूब फैलाया है ।उनके इस प्रोजेक्ट की डिमांड विदेशों से भी आई है। उनके द्वारा इस मिलेट्स के उत्पाद को चारोधामों मे प्रसाद के तौर पर वितरित करने की भी रूपरेखा बनाई गई थी जिसमे लगभग 30 हजार से अधिक लोगो को सीधे तौर पर रोजगार मिल सकता था। लेकिन राजनीतिक कारणों से यह योजना परवान नहीं चड़ पाई । हालांकि संभावनायें अभी भी खत्म नही हुई है। परन्तु इस योजना तो तत्काल लागू करना चाहिए ताकि किसानों के साथ साथ युवाओ को उनके घर में ही रोजगार उपलब्ध कराया जा सके।



–भानु प्रकाश नेगी,देहरादून
