तृष्णा मोह माया मनुष्य को दुख देती हैः भागवताचार्य आचार्य प्रकाशचंद खाली



























देहरादूनःक्लेमेन्टटाउन सोसाइटी एरिया में स्व. जयदल सिंह रावत की पुण्य स्मृति में आयोजित श्रीमद्भागवत भागवत महापुराण सप्ताह ज्ञान के दूसरे दिन कथा व्यास भागवताचार्य पंण्डित आचार्य प्रकाशचंद खाली ने दुन्दकारी व गोकरण की सुन्दर कथा सुनाई। कथा के दौरान उन्होने कहा कि तृष्णा मोह माया मनुष्य को दुख देती है। मनुष्य का ज्ञान जागने पर उसका इस संसार से उद्धार हो जाता है।संसार में कामना ही दुख का द्योतक होता है। दूसरे में दोष देखने वाला खुद दोषी हो जाता हो जाता है।
संगीतमय कथा के दौरान बंसीधर कगडियाल ने झूठा है संसार धोखा खायेगा, निकुंज में विराजे घनश्याम राधे राधे,समेत अनेक सुन्दर भजनों से श्रोताओ का मन मोहा।
कथा के दौरान आचार्य डॉ. एन. पी पुरोहित,राघव, आचार्य जयकृत सेमवाल,आचार्य प्रमोद चमोला,अजय मैठाणी,राधव नौटियाल गोदियाल,सुमित पंत,कुकरेती,यजमान कनवर रावत,बसंती रावत,मोनिका रावत,चंन्दन सिंह,नंदन सिंह,सुरेन्द्र सिंह,विजय सिंह,दलीप सिंह,धीर सिंह, दयाल सिंह,प्रभात सिंह,कविन्द्र सिंह,हितेंद्र सिंह,विकेन्द्र सिंह समेत कई गणमान्य लोग मौजूद रहे।
