चमोली की कमला को मिला “मै उत्तराखंड हूं“ पुरस्कार

सोशल मीडिया पर सक्रिय महिला सशक्तिीकरण की मिशाल बन चुकी जनपद चमोली ठेली गांव की कमला रावत पूरे उत्तराखंड समेंत देश के अनेक राज्यों में प्रसिद्व हो चुकी है। राज्य स्थापना दिवस 9 नबम्बर के अवसर पर एक रेडियो चैनल द्वारा आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री पुष्कर सिह धामी हंस फाउंडेसन के संस्थापक संत भोले जी महाराज व माताश्री मंगला ने कमला रावत को “मैं उत्तराखंड हूं“ पुरस्कार से सम्मानित किया।
मजबूत हौसला सकारात्मक सोच वाली कमला अपनी नौ वर्षीय बेटी के साथ खुद 33 वर्ष की उम्र में 12 वीं पास कर पहले भी सुर्खियां बटोर चुकी है। कमला रावत का कहना है कि जब उनकी शादी हुई तब वह सिर्फ 8 पास थी।बच्चों की जिम्मेदारी व परिवारिक व्यस्तता के कारण वह आगे की शिक्षा पूरी नही ंकर पाई थी तब वह बेटी पढ़ाओं बेटी बचाओं नारे से प्रेरित हुई और उन्होनें अपनी पढाई पूरी की।
सोशल मीडिया पर खास तौर से सक्रिय कमला रावत अभी तक कई लोगों की समस्याओं समाधान कर चुकी है। कमला रावत का कहना हैै कि मुख्यमंत्री के कर कमलों से मिला पुरस्कार पहाड़ की सशक्त होती प्रत्येक उस नारी का सम्मान है, जो समाज की पहाड़ जैसी समस्याओं का समाधान खुद के माध्यम से तलासती है।पहाड़ में अनेक महिलाए समाज के लिए उत्कृट कार्य कर रही है लेकिन वह कभी भी सामने नही आ पायी है मेरा सम्मान उन सभी समाजसेवकों को प्रेरित करेगा। कार्यक्रम के दौरान हंस फाउंण्डेसन के संस्थापक संत भोले जी महाराज व माताश्री मंगला समेत कई गणमान्य लोग मौजूद रहे।